मेरा IVF पॉज़िटिव तो हो गया, पर डॉक्टर ने बताया कि एम्ब्रियो लो लाइंग इम्प्लांटेड है, अब क्या करें?

Shradha IVF & Maternity
Nov 23, 2025By Shradha IVF & Maternity

सबसे पहले, IVF में सफल होने के लिए दिल से बधाई। यह आपके और आपके परिवार के लिए एक बहुत बड़ा और खुशियों भरा कदम है। आपके धैर्य, उम्मीद और विज्ञान के मेल से यह सफलता मिली है।

हालांकि, डॉक्टर ने बताया है कि आपका एम्ब्रियो लो लाइंग इम्प्लांटेशन के साथ गर्भाशय के निचले हिस्से में लगा है, इसलिए कुछ खास सावधानियां और देखभाल जरूरी हैं।

लो लाइंग एम्ब्रियो इम्प्लांटेशन क्या है?

इसका मतलब है कि भ्रूण गर्भाशय के नीचे के हिस्से में इम्प्लांट हुआ है, जो सामान्य से थोड़ा नीचे होता है।अक्सर यह स्थिति प्लेसेंटा प्रीविया में विकसित हो सकती है, जिसमें प्लेसेंटा गर्भाशय के मुख या निचले हिस्से को आंशिक या पूरी तरह से ढक देता है।

डॉक्टर आपको क्या सलाह देंगे?

नियमित अल्ट्रासाउंड जांच:

समय-समय पर अल्ट्रासाउंड करके एम्ब्रियो और प्लेसेंटा की स्थिति का अवलोकन किया जाएगा। गर्भाशय के बढ़ने के साथ-साथ प्लेसेंटा ऊपर की ओर स्थानांतरित हो सकता है।प्रोजेस्टेरोन सपोर्ट:

गर्भाशय की परत को मजबूत करने के लिए प्रोजेस्टेरोन की दवाएं दी जाएंगी, जो गर्भाशय को सुरक्षित रखने में मदद करेंगी।

ब्लीडिंग पर विशेष ध्यान:

हल्का या ज्यादा खून आने पर डॉक्टर को तुरंत सूचित करें ताकि समय पर उपयुक्त उपचार मिल सके।स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं:

पौष्टिक भोजन, पर्याप्त पानी, फोलिक एसिड और विटामिन सप्लीमेंट्स लें। धूम्रपान और शराब से बचें।

आप क्या कर सकते हैं?

डॉक्टर की सलाह का कड़ाई से पालन करें।तनाव मुक्त रहें और सकारात्मक सोच बनाएं रखें।आराम का ध्यान रखें और अपने शरीर की सुनें।

मरीज की जिम्मेदारी और आराम का महत्व

आराम करें और गतिविधियाँ सीमित करें:

बेड रेस्ट की सलाह दी जा सकती है, भारी काम, दौड़-भाग और तनाव से बचें। यदि रक्तस्राव हो तो यौन संबंध न बनाएं।

IVF के बाद जब एम्ब्रियो लो लाइंग इम्प्लांट होता है, तब मरीज की जिम्मेदारी भी बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।

डॉक्टर की सलाह का सटीक पालन करने से गर्भधारण की सफलता बढ़ती है। खासकर अगर आपको रक्तस्राव या हल्की दर्द जैसी समस्याएं हों, तो आराम करना अत्यंत आवश्यक है।

आराम और बेड रेस्ट:

हल्का आराम या बेड रेस्ट करने से गर्भाशय की मांसपेशियों पर दबाव कम होता है, जिससे इम्प्लांटेड एम्ब्रियो सुरक्षित रहता है। हालांकि, सामान्यत: पूरा बिस्तर पर रहना जरूरी नहीं होता, पर आपको अपने शरीर की सुननी चाहिए और जरूरत पड़ने पर आराम करना चाहिए।पैरों को ऊंचा रखना: पैरों के नीचे तकिए या रोल रखकर उन्हें थोड़ा ऊपर उठाने से रक्त संचार बेहतर होता है और गर्भाशय में रक्त का प्रवाह सुधर सकता है। इससे सूजन कम होती है और ब्लीडिंग के रिस्क को कम करने में मदद मिल सकती है।

तनाव से बचाव:

मानसिक और शारीरिक तनाव को कम रखने के लिए आराम करना जरूरी है क्योंकि तनाव से गर्भावस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

ध्यान रखें, आराम और पैरों को ऊंचा रखना आपके गर्भ की सुरक्षा के लिए सहायक हो सकते हैं, लेकिन यह एक अकेला उपाय नहीं है। आपको दवाइयां, नियमित जांच, और डॉक्टर की सभी सलाहों का पालन भी करना होगा ताकि आपका IVF सफल रहे।

भविष्य में क्या होगा?

अधिकांश मामलों में प्लेसेंटा गर्भाशय के ऊपर की ओर बढ़ जाता है और गर्भावस्था पूरी तरह स्वस्थ रहती है।यदि प्लेसेंटा निचले हिस्से में ही रह जाता है, तो बच्चे की सुरक्षा के लिए डॉक्टर विशिष्ट डिलीवरी योजना बनाएंगे, जिसमें कभी-कभी सी-सेक्शन शामिल हो सकता है।